शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर है। गिल पहली बार टेस्ट टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। शुभमन ब्रिगेड को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी है। इंग्लैंड ने लीड्स में 371 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया और गिल ने अनचाहे क्लब में एंट्री कर ली। वह बतौर टेस्ट कप्तान अपना मैच हारने वाले छठे भारतीय कप्तान बन गए हैं। गिल (147) ने लीड्स टेस्ट में शतक जमाया था।
टेस्ट क्रिकेट में भारत की शुरुआत सीके नायडू के नेतृत्व में हुई। भारत ने पहला टेस्ट 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर खेला था। नायडू की कप्तानी वाली भारतीय टीम को इंग्लैंड ने 158 रनों से हराया था।
मंसूर अली खान पटौदी ने बतौर टेस्ट कप्तान डेब्यू 1962 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध किया था। भारत को इस मैच में पारी और 30 रनों से हार का सामना करना पड़ा। 'टाइगर पटौदी' ने महज 21 साल की उम्र से भारत की कप्तानी का आगाज किया।
दिलीप वेंगसरकर ने टेस्ट कप्तान के रूप में पहला मैच 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, जिसमें टीम इंडिया को 5 विकेट से शिकस्त मिली। यह मैच दिल्ली के मैदान पर आयोजित हुआ था। वेंगसरकर (102) ने दूसरी पारी में सेंचुरी लगाई थी।
लिस्ट में पांचवां नाम विराट कोहली का है। कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने 68 टेस्ट खेले और 40 में विजयी परचम फहराया। हालांकि, कोहली को बतौर टेस्ट कप्तान पहले मैच में 48 रनों से हार मिली थी। उन्होंने पहली बार 2014 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की कमान संभाली थी। कोहली (115, 141) ने एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोका था। वह पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो चुके हैं।
जसप्रीत बुमराह ने 2022 में इंग्लैंड में टेस्ट कप्तान के रूप में डेब्यू किया था। भारत को तब बर्मिंघम में खेले गए मुकाबले में सात विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा। यह रीशेड्यूल टेस्ट था। बुमराह ने कुल तीन मैचों में कप्तानी की है। बुमराह को इंग्लैंड दौरे 2025 पर कप्तानी करने का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने वर्कलोड मैनेज करने की वजह से इनकार कर दिया। ऐसे में बीसीसीआई ने गिल को कप्तानी सौंपने का फैसला किया।