कंपनी का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 42 पर है, जो यह संकेत देता है कि यह न तो ओवरबॉट में है और न ही ओवरसोल्ड क्षेत्र में। कंपनी के शेयर 5 दिन, 10 दिन, 20 दिन, 30 दिन, 50 दिन, 100 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहे हैं।
इनक्रेड इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022-23 से 2023-24 तक निर्यात में 32.5 प्रतिशत की वृद्धि के आधार पर, रक्षा निर्यात को 2028-29 तक 5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। रक्षा निर्यात में निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़कर 62 प्रतिशत हो गई है।
कंपनी की योजना अगले साल 16 तेजस एमके-1ए जेट बनाने की है, जो इंजन की स्थिर आपूर्ति पर निर्भर है। फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने 83 तेजस एमके-1ए जेट के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट किया था।
Defence stocks crash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मंगलवार, 24 जून की सुबह इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम की घोषणा के बाद डिफेंस शेयरों को लेकर निवेशक अलर्ट मोड में आ गए हैं।
Solar Industries India Ltd Share Price: सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड के शेयरों में आज 1 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। इस डिफेंस स्टॉक की कीमतों में उछाल के पीछे की वजह कंपनी को मिला 158 करोड़ रुपये का काम है।
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में घोषणा की कि उसे रक्षा मंत्रालय को मिनी मानवरहित हवाई वाहन (यूएवी) और सहायक उपकरण की आपूर्ति के लिए लगभग 137 करोड़ रुपये (सभी समावेशी) का ऑर्डर मिला है। डिलीवरी 12 महीनों के भीतर पूरी होने की उम्मीद है।
इजराइल-ईरान युद्ध पर बोलते हुए, मॉर्गन स्टेनली के मुख्य आर्थिक रणनीतिकार एलेन जेंटनर ने कहा, ट्रम्प प्रशासन के उच्च आयात शुल्कों के दबाव में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पहले से ही धीमा होने की उम्मीद है।
पिछले महीने इसमें 5.3% की बढ़त हुई है, लेकिन इस साल अब तक इसमें 19.7% की गिरावट आई है। फर्म का मार्केट कैप BSE पर 17,877 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। मल्टीबैगर स्टॉक ने दो साल में 410% और पांच साल में 3569% की बढ़त हासिल की है।
Defence Stocks: एक तरफ शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ डिफेंस कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली है। अपोलो माइक्रो सिस्टम्स, आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी और स्वान डिफेंस के शेयरों की कीमतों में 8 प्रतिशत तक की उछाल दर्ज की गई है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) बनाने की 511 करोड़ रुपये की बोली जीत ली है। यह स्पेस रेगुलेटर द्वारा घोषणा की गई। HAL ने अडानी ग्रुप और भारत डायनेमिक्स को पछाड़कर यह सफलता हासिल की।