विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मध्यस्थता न्यायालय का कोई कानूनी आधार नहीं है और इसका गठन ही सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है। बयान में कहा गया कि भारत ऐसे न्यायालय या उसके किसी भी निर्णय को मान्यता नहीं देता है।
SCO के मसौदा वक्तव्य में पहलगाम का जिक्र नहीं था। जबकि, यहां बलूचिस्तान में हुए ट्रैन हाईजैक कांड पर बात की गई थी। खास बात है कि भारत पर बलूचिस्तान में परेशानियां पैदा करने के आरोप पाकिस्तान, भारत पर लगाता रहा है। बलूचिस्तान स्वतंत्र मुल्क बनना चाहता है।
जांच से पता चला कि माल को पहले एक कंटेनर और जहाज के जरिये पाकिस्तान से दुबई ले जाया गया और बाद में उसे भारत जाने वाले दूसरे कंटेनर और जहाज के जरिये भेज दिया गया।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पड़ोसी पाकिस्तान से रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। हालांकि, इस बीच पाक ने गलती से बॉर्डर पार करने वाले एक जवान को लौटाया है।
भारत के जल शक्ति मंत्री ने पाकिस्तानी सांसद बिलावल भुट्टो के बयानों की कड़ी निंदा की है। बिलावल ने कहा था कि भारत ने अगर सिंधु नदी का पानी रोका, तो पाकिस्तान छह नदियों का पानी छीन लेगा और इसके लिए जंग छेड़ देगा।
गौहर खान ने संबोधन में भारत और पाक के बजट की भी तुलना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'मोदी ने ऐलान किया है कि भारत 10 हजार मेडिकल सीटें जोड़ेगा। यहां पाकिस्तान में सरकार स्वास्थ्य बजट में कटौती कर रही है।
राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान के भीतर बच्चों के अधिकारों का गंभीर हनन हो रहा है और ऐसे देश को दूसरों पर आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भी शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तानी इलाकों में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया था। इस हमले के बाद चार दिनों तक संघर्ष जारी रहा, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के बाद थम गया।ि
शशि थरूर ने एक बार फिर अपने भाषाई कौशल और भारत के रुख को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखने की मिसाल पेश की। उन्होंने मॉस्को में एक बैठक के दौरान पाकिस्तान को आतंकवादियों का सुरक्षित पनाहगाह करार दिया।
अनुमान है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के पास मौजूदा समय में लगभग 170 परमाणु हथियार हैं। हालांकि, उसके पास अभी एक भी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल नहीं है। अगर वह इसे विकसित कर लेता है तो US दुश्मन देश करार दे सकता है।