अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवताओं की एक झलक पाने के लिए तड़के से ही मंदिर के बाहर एकत्र हो गए थे, क्योंकि अनुष्ठान के तहत भगवान के चेहरों पर से पाहुड़ा हटाया जाना था। भगदड़ में मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए।
ओडिशा में भगवान जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा में भगदड़ से हुई मौतों पर ओड़िशा सरकार सख्त हो गई है। विपक्ष के दबाव के बीच मुख्यमंत्री मांझी ने खुद माफी मांगी है। इसके साथ ही पुरी के जिला कलेक्टर और एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है।
जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान ओडिशा के पुरी में गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ से रविवार तड़के मंदिर के पास भगदड़ मची। इससे तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक वहां भीड़ काफी ज्यादा थी और इंतजाम पर्याप्त नहीं थे।
जिला प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और हालात को काबू में करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। बताया जा रहा है कि यह हादसा रथयात्रा उत्सव के चलते उमड़ी भीड़ के कारण हुआ।
ओडिशा के पुरी में शुक्रवार को रथ यात्रा उत्सव का मुख्य भाग शुरू होने के साथ ही हजारों लोगों ने भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के रथों से जुड़ी रस्सियों को श्री गुंडिचा मंदिर की ओर खींचा।
Mahaprasad Khaja Bhog Recipe For Bhagwan Jagannath: भगवान जगन्नाथ को लगने वाले 56 भोग की लिस्ट में खाजा भी शामिल रहता है। इन भोग को महाप्रसाद कहते हैं। घर में भगवान को प्रसन्न करने के लिए इस आसान तरीके से खाजा बनाकर लगाएं भोग।
कानपुर के नयागंज में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान साउंड की आवाज कम करने की बात पर बवाल हो गया। महंत के साथ भक्त धरने पर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दारोगा के निलंबन के बिना उठने को तैयार नहीं हुए
Jagannath rath yatra 2025: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 27 जून से शुरू हो चुकी है। भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र को गर्भग्रह से निकालकर सुंदर रथ पर सवार कर यात्रा के लिए ले जाया जा रहा। जानें आखिर क्यों मनाई जाती है रथ यात्रा?
Unique Facts about Rath Yatra: पुरी की रथ यात्रा की सबसे बड़ी खास बात यह है कि इसमें किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है। कोई भी व्यक्ति, किसी भी धर्म, जाति या देश का हो, रथ खींच सकता है। जानें रथ यात्रा से जुड़ी खास बातें-
Happy Rath Yatra Wishes 2025: हर साल भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र व बहन देवी सुभद्रा की भव्य रथयात्रा निकाली जाती है। जिसे देखने व रस्सी खींचने के लिए लाखों भक्त रथ यात्रा में शामिल होते हैं। आप रथ यात्रा के पावन पर्व की अपनों को इन चुनिंदा मैसेज से बधाई भेज सकते हैं।