शुभांशु शुक्ला का यान सफलतापूर्वक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच गया है। भारत ने 40 साल बाद अंतरिक्ष में यह कीर्तिमान दोहराया है। शुभांशु ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। जबकि, राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में कदम रखने वाले भारत के दूसरे व्यक्ति।
आपको बता दें कि शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री ISS पर भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे डॉक करने वाले हैं। इस डॉकिंग के बाद वे अंतरिक्ष स्टेशन में प्रवेश करेंगे।
इस गौरवशाली यात्रा की शुरुआत हुई बॉलीवुड की धुनों के साथ — शुभांशु के स्पेस लिफ्ट-ऑफ के दौरान शाहरुख की फिल्म ‘स्वदेस’ का मशहूर गीत ‘यूं ही चला चल राही’ उनके प्लेलिस्ट में बज रहा था।
शुभांशु शुक्ला Axiom 4 मिशन में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और वे चार सदस्यीय अंतरिक्ष दल का हिस्सा होंगे। दल गुरुवार सुबह सात बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला बुधवार को एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे। यह मिशन 14 दिनों का है और इसमें चार सदस्यीय चालक दल लगभग 60 अनुसंधान में हिस्सा...
नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स मौसम और तकनीकी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। यदि 25 जून को लॉन्च संभव नहीं हुआ, तो अगला अवसर 30 जून तक के लॉन्च विंडो में या मध्य जुलाई में हो सकता है।
नासा के 60 साल पुराने निष्क्रिय पड़े सैटेलाइट रिले-2 ने ऐसा रहस्यमयी रेडियो सिग्नल भेजा, जिससे अंतरिक्ष में इतनी तेज रोशनी निकली कि बाकी तारे भी धुंधला गए। इस घटना ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है।
ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी के अध्ययन में यह बताया गया है कि चंद्रमा की धूल इंसानों के लिए पृथ्वी के शहरी प्रदूषण से कम खतरनाक है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि चंद्रमा की धूल...
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन लेकर जाने वाला मिशन फिर टल गया है। अभी तक यह मिशन 22 जून के लिए तय था। लेकिन इसे फिर आगे बढ़ा दिया गया है।
अमेरिका की एक प्राइवेट स्पेस कंपनी इतिहास रचने जा रही है। दो दिन बाद वह ऐसा मिशन लॉन्च कर रही है, जिसके तहत स्पेस में दवाओं का निर्माण किया जाएगा और फिर उन्हें वापस धरती पर लाया जाएगा।